नीलगिरी-में-चाक-घुमाती-महिलाएं

The Nilgiris district, Tamil Nadu

Mar 26, 2018

नीलगिरी में चाक घुमाती महिलाएं

तमिलनाडु के नीलगिरी में कोटा समुदाय के बीच, केवल महिलाएं मिट्टी के बर्तन बनाने का अभ्यास कर सकती हैं। इस शिल्पकारी की मजबूत धार्मिक जड़ों ने ही इसे जीवित रखा है, और अब इसके पारंपरिक उत्पादों के व्यावसायीकरण या इसे संशोधित करने के प्रयासों पर चर्चा हो रही है

Want to republish this article? Please write to zahra@ruralindiaonline.org with a cc to namita@ruralindiaonline.org

Author

Priti David

प्रीति डेविड, पारी की कार्यकारी संपादक हैं. वह मुख्यतः जंगलों, आदिवासियों और आजीविकाओं पर लिखती हैं. वह पारी के एजुकेशन सेक्शन का नेतृत्व भी करती हैं. वह स्कूलों और कॉलेजों के साथ जुड़कर, ग्रामीण इलाक़ों के मुद्दों को कक्षाओं और पाठ्यक्रम में जगह दिलाने की दिशा में काम करती हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।