गुजरात: ‘शराब बहुत से लोग पीते हैं, लेकिन मरता सिर्फ़ ग़रीब है’
राज्य भर में, और ख़ास कर हाल-फ़िलहाल बोटाद ज़िले में ज़हरीली शराब से हुई मौतें अप्रभावी निषेध नीति के साथ-साथ ज़हरीली शराब पीने के परिणाम-स्वरूप सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित आपात स्थितियों से निपटने की अपर्याप्त सरकारी तैयारियों को रेखांकित करती हैं
पार्थ एम एन, साल 2017 के पारी फ़ेलो हैं और एक स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर विविध न्यूज़ वेबसाइटों के लिए रिपोर्टिंग करते हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना और घूमना पसंद है.
Editor
Vinutha Mallya
विनुता माल्या पेशे से पत्रकार और संपादक हैं. वह पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की एडिटोरियल चीफ़ रह चुकी हैं.
Translator
Prabhat Milind
प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.