धूल-के-जमने-का-इंतज़ार

Lalitpur, Uttar Pradesh

May 05, 2019

धूल के जमने का इंतज़ार

भेलोनीलोध के लोग – जाति और लिंग के भेद से ऊपर उठ कर – अपने गांव के बीच की सड़क से उड़ने वाले धूल से तंग आ चुके हैं, और चाहते हैं कि इसकी शीघ्र मरम्मत की जाए तथा तारकोल बिछाया जाए

Want to republish this article? Please write to zahra@ruralindiaonline.org with a cc to namita@ruralindiaonline.org

Author

Apekshita Varshney

अपेक्षिता वार्ष्णेय मुंबई की एक स्वतंत्र लेखिका हैं।

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।