यहां प्रस्तुत डॉक्यूमेंट्री में लद्दाख के चरवाहा समुदायों के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं. इसमें यह सामने आता है कि कठिन परिस्थितियों में किस तरह चरवाहे अपने पशुओं को भेड़ियों से बचाते हैं, और उनके पारंपरिक दृष्टिकोण में क्या बदलाव आया है
अभिजीत दत्ता, मैसूर के नेचर कंज़र्वेशन फ़ाउंडेशन (एनसीएफ़) के साथ मिलकर हाई ऐल्टीटूड पर रहने वाले समुदायों के बीच काम करते हैं. वह स्थानीय बच्चों के लिए शिक्षा कार्यक्रम तैयार करते हैं, और स्थानीय रूप से प्रासंगिक संरक्षण कार्यक्रमों को चलाने में समुदायों की मदद करते हैं.
Translator
Vasundhra Mankotia
वसुंधरा मनकोटिया ने हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से जर्नलिज़्म और मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. प्रिंट मीडिया में तीन साल तक सब-एडिटर की भूमिका में काम करने के बाद, वह अब बतौर फ़्रीलांस पत्रकार काम कर रही हैं.