भद्रराजू 10 लीटर पानी की क्षमता वाले मिट्टी के घड़े बनाते हैं. इस प्रक्रिया में वह सारा काम अपने हाथों से करते हैं, कुछ चीज़ों में उनकी पत्नी भी मदद करती हैं. जबकि कोडावतीपुडी के अन्य कुम्हार मशीन से चलने वाली चाक का इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन 70 वर्षीय भद्रराजू का ऐसा कोई इरादा नहीं है
संविति अय्यर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर कंटेंट कोऑर्डिनेटर कार्यरत हैं. वह छात्रों के साथ भी काम करती हैं, और ग्रामीण भारत की समस्याओं को दर्ज करने में उनकी मदद करती हैं.
Student Reporter
Ashaz Mohammed
अशाज़ मोहम्मद अशोक विश्वविद्यालय के छात्र हैं और उन्होंने यह कहानी 2023 में PARI के साथ इंटर्नशिप के दौरान लिखी थी
Translator
Devesh
देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.