एर्नाकुलम के उजाड़ हाइसिंग प्लॉट के बीच उगे झाड़-झंकाड़ में नारियल मिलना 62 वर्षीय तंगम्मा के लिए ‘क़िस्मत खुलने’ जैसा है. वह इकट्ठा किए गए नारियलों को बेचती हैं. और, इस उम्र में केवल यही एक काम है जो वह कर पाती हैं
रिया जोगी, केरल के कोच्चि की एक डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफ़र और स्वतंत्र लेखक हैं. फ़िलहाल, वह फ़ीचर फ़िल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करती हैं, और तमाम संगठनों के लिए कम्युनिकेशन कंसल्टेंट के रूप में कार्यरत हैं.
Editor
Vishaka George
विशाखा जॉर्ज, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर एडिटर हैं. वह आजीविका और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर लिखती हैं. इसके अलावा, विशाखा पारी की सोशल मीडिया हेड हैं और पारी एजुकेशन टीम के साथ मिलकर पारी की कहानियों को कक्षाओं में पढ़ाई का हिस्सा बनाने और छात्रों को तमाम मुद्दों पर लिखने में मदद करती है.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.