सामुदायिक स्वास्थ्यकर्मियों – जिनमें आशा कार्यकर्ता और डिलीवरी कराने वाली दाइयां शामिल हैं – पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की भारी ज़िम्मेदारी रही है. हालांकि, ज़मीन पर सक्रिय इन स्वास्थ्यकर्मियों को, जिनमें से ज़्यादातर महिलाएं हैं, कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करना पड़ता है, जहां उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा का कम ही ध्यान रखा जाता है; थोड़ी बहुत जो वेतन उन्हें मिलता है वह भी अक्सर देरी से आता है और जब कोई स्वास्थ्य संकट मंडराने लगता है, तो उनसे ही देश की स्वास्थ्य प्रणाली को जिलाए रखने की उम्मीद की जाती है. पारी पर प्रकाशित इन कहानियों में उनके जूनून के साथ-साथ उनके काम के बारे में जानने को मिलता है.