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Aug 07, 2024

पटोला के धागों की रेशम-दुनिया

राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के मौक़े पर इस 7 अगस्त को, हमने गुजरात की हाथ से बुनी हुई पटोला के बारे में एक फ़ोटोस्टोरी प्रकाशित की थी. इकहरे और दोहरे इकत की बुनाई और महीन-सुंदर डिज़ाइनों वाली ये रेशम की साड़ियां कई दिनों की घंटों मेहनत और कठिन प्रक्रियाओं के बाद पूरा की जाती हैं

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Author

Umesh Solanki

उमेश सोलंकी अहमदाबाद के फ़ोटोग्राफ़र, रिपोर्टर, वृतचित्र निर्माता, उपन्यासकार और कवि हैं. उनके तीन कविता संग्रह, एक औपन्यासिक खंडकाव्य, एक उपन्यास और एक कथेतर आलेखों की पुस्तकें प्रकाशित हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.