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Sitamarhi, Bihar

Jul 29, 2025

‘क्या उम्मीद रखें सरकार से? सबकुछ तो अफ़सर डकार जाते हैं!’

उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में हर साल बाढ़ आती है, जिसमें कई परिवारों की ज़िंदगियां प्रभावित होती हैं. फिर भी न बाढ़ में फंसे लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने की योजनाएं बनाई जाती हैं और न ही पर्याप्त राहत शिविर स्थापित किए जाते हैं

Photo Editor

Binaifer Bharucha

Translator

Pratima

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Author

Umesh Kumar Ray

उमेश कुमार राय साल 2025 के पारी-तक्षशिला फ़ेलो हैं, और साल 2022 में पारी फ़ेलो रह चुके हैं. वह बिहार के स्वतंत्र पत्रकार हैं और हाशिए के समुदायों से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं.

Editor

Kavitha Iyer

कविता अय्यर, पिछले 20 सालों से पत्रकारिता कर रही हैं. उन्होंने 'लैंडस्केप्स ऑफ़ लॉस: द स्टोरी ऑफ़ ऐन इंडियन' नामक किताब भी लिखी है, जो 'हार्पर कॉलिन्स' पब्लिकेशन से साल 2021 में प्रकाशित हुई है.

Photo Editor

Binaifer Bharucha

बिनाइफ़र भरूचा, मुंबई की फ़्रीलांस फ़ोटोग्राफ़र हैं, और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर फ़ोटो एडिटर काम करती हैं.

Translator

Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.