और-आपने-सोचा-यह-सिर्फ़-किसानों-के-बारे-में-है

Sonipat, Haryana

Dec 17, 2020

और आपने सोचा यह सिर्फ़ किसानों के बारे में है?

नए कृषि क़ानून केवल किसानों को ही नहीं, बल्कि सभी नागरिकों को संवैधानिक उपचार से वंचित कर रहे हैं — जो कि 1975-77 के आपातकाल के बाद से अभी तक नहीं देखा गया था। दिल्ली के द्वार पर मौजूद किसान हम सभी के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं

Translator

Qamar Siddique

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Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

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Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।