तमिलनाडु: कृषि व्यवसाय का स्वरूप बदलती 21 वर्षीय अक्षया
इरोड ज़िले की 21 वर्षीय अक्षया कृष्णमूर्ति एक छोटे से कारोबार की मालिक हैं, जो स्थानीय हल्दी किसानों की मदद करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई का ख़र्चा उठा रही हैं, और इस तरह उन्होंने कृषि व्यवसाय के ढांचे को उलट-पुलट कर रख दिया है
अपर्णा कार्तिकेयन एक स्वतंत्र पत्रकार, लेखक, और पारी की सीनियर फ़ेलो हैं. उनकी नॉन-फिक्शन श्रेणी की किताब 'नाइन रुपीज़ एन आवर', तमिलनाडु में लुप्त होती आजीविकाओं का दस्तावेज़ है. उन्होंने बच्चों के लिए पांच किताबें लिखी हैं. अपर्णा, चेन्नई में परिवार और अपने कुत्तों के साथ रहती हैं.
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Pratima
प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.