लेकिन-वन-विभाग-का-कहना-है-कि-यह-ज़मीन-उनकी-है

New Delhi, Delhi

Jan 01, 2020

‘लेकिन वन विभाग का कहना है कि यह ज़मीन उनकी है’

सागवान के लिए वृक्षारोपण, बेघर किया जाना, ज़मीन का मालिकाना हक़ ना होना - पिछले हफ्ते दिल्ली में आदिवासी महिलाओं ने इन पर तथा इससे संबंधित अन्य मुद्दों के बारे में बात की और वन अधिकार क़ानून को लागू करने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट में एफआरए के विरुद्ध लंबित एक मामले में फैसले का अभी इंतज़ार है

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Author

Chitrangada Choudhury

चित्रांगदा चौधरी एक स्वतंत्र पत्रकार हैं और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के कोर ग्रुप की सदस्य हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।