दिल्ली के कठपुतली कलाकार न सिर्फ़ कठपुतली बनाते हैं, बल्कि उनके साथ परफ़ॉर्म भी करते हैं. साल 2017 में जब इन कलाकारों को उनके घर से बाहर कर ट्रांज़िट कैंप भेज दिया गया था, तब से ये कलाकार अपनी ज़िंदगी को वापस पटरी पर लाने के लिए संघर्षरत हैं
रिया बहल, मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं और जेंडर व शिक्षा के मसले पर लिखती हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी) के लिए बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर काम कर चुकी हैं और पारी की कहानियों को स्कूली पाठ्क्रम का हिस्सा बनाने के लिए, छात्रों और शिक्षकों के साथ काम करती हैं.
Student Reporter
Himanshu Pargai
हिमांशु परगई, बेंगलुरु के अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय से परास्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.