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Bathinda, Punjab

Jul 18, 2024

बठिंडा की दरी बुनकर

मजीदन और क़रसैद उन सुंदर और महीन कारीगरी से बुने गए दरियों के लिए मशहूर हैं जिन्हें वे अपनी आजीविका के लिए बुनती हैं. उनकी ख्याति पंजाब के बठिंडा ज़िले में बसे उनके गांव से बाहर तक फैली हुई है, और ये बात इन बुज़ुर्ग महिलाओं को काम जारी रखने के लिए प्रेरित करती है

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Author

Sanskriti Talwar

संस्कृति तलवार, नई दिल्ली स्थित स्वतंत्र पत्रकार हैं और साल 2023 की पारी एमएमएफ़ फेलो हैं.

Editor

Vishaka George

विशाखा जॉर्ज, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर एडिटर हैं. वह आजीविका और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर लिखती हैं. इसके अलावा, विशाखा पारी की सोशल मीडिया हेड हैं और पारी एजुकेशन टीम के साथ मिलकर पारी की कहानियों को कक्षाओं में पढ़ाई का हिस्सा बनाने और छात्रों को तमाम मुद्दों पर लिखने में मदद करती है.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.