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Gopalganj, Bihar

May 04, 2025

बनिया छापर गांव की दउरी बुनकर महिलाएं

उत्तर-पश्चिम बिहार के दलदली इलाक़ों में उगने वाली मूंज की घास से महिलाएं घरेलू उपयोग के लिए और ख़ास मौक़ों पर उपहार में देने के लिए दउरी बुनती हैं

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Author

Siddhi Kalbhor

सिद्धि कालभोर ने पुणे विश्विद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है. इंडिया फेलो के साथ अपनी फेलोशिप के दौरान उन्होंने गोपालगंज ज़िले के बच्चों के लिए स्थापित एक पुस्तकालय में प्रयोग संस्था के साथ बतौर लाइब्रेरी एजुकेटर काम किया है.

Editor

Dipanjali Singh

दीपांजलि सिंह, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में सहायक संपादक हैं. वह पारी लाइब्रेरी के लिए दस्तावेज़ों का शोध करती हैं और उन्हें सहेजने का काम भी करती हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.