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Nadia, West Bengal

May 01, 2025

शांतिपुर: बुनकर की कारीगरी, नाटक की अदाकारी

असित प्रमाणिक कोई साधारण बुनकर नहीं हैं – वे रंगमंच के एक गंभीर कलाकार भी हैं. करघे पर की गई उनकी मेहनत और मंच से उनका लगाव, एक कामगार के जीवन संघर्ष को दर्शाता है. अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के अवसर पर पेश है यह कहानी

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Author

Tarpan Sarkar

तर्पण सरकार लेखक, अनुवादक और ग्राफ़िक डिज़ाइनर हैं. उन्होंने जादवपुर विश्वविद्यालय से ‘तुलनात्मक साहित्य’ में मास्टर्स डिग्री प्राप्त किया है.

Editor

Smita Khator

स्मिता खटोर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी) के भारतीय भाषा अनुभाग पारी'भाषा की 'चीफ़ ट्रांसलेशंस एडिटर' के तौर पर काम करती हैं. वह अनुवाद, भाषा व आर्काइव की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय रही हैं. वह महिलाओं की समस्याओं व श्रम से जुड़े मुद्दों पर लिखती हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.