कांस्टेबल दामिनी संगे ड्यूटी पर जब उनकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आउर तीन ठो लोग कथित तौर पर गलत काम कइलक, त न्याय के बात त छोड़ दीहीं, उलटा पूरा ब्यवस्था उनके खिलाफ ठाड़ हो गइल. न्याय खातिर उनकर संघर्ष जारी बा. ई उनकरे कहानी बा
ज्योति पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के एगो रिपोर्टर हई. उहां के पहिले ‘मी मराठी’ आउर ‘महाराष्ट्र1’ जइसन खबरिया चैनल खातिर काम कइले बानी.
Editor
Pallavi Prasad
पल्लवी प्रसाद मुंबई से आवे वाला एगो स्वतंत्र पत्रकार, लेडी श्रीराम कॉलेज से अंगरेजी साहित्य में स्नातक आउर यंग इंडिया फेलो बानी. उहां के लैंगिक, संस्कृति आउर सेहत से जुड़ल मुद्दा पर लिखेनी.
Series Editor
Anubha Bhonsle
अनुभा भोंसले, स्वतंत्र पत्रकार हई. ऊ 2015 से पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया आउर आईसीएफ़जे नाइट फ़ेलो रहल बारी. उहां के 'मदर, व्हेयर्स माई कंट्री?' किताब लिखले बानी. ई किताब मणिपुर के इतिहास आउर आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट के असर के बारे में बात करेला.