माको-लिंगी-की-टोकरियां

Dibang Valley, Arunachal Pradesh

Feb 10, 2023

माको लिंगी की टोकरियां

अरुणाचल प्रदेश के अहुनली गांव के टोकरी बुनकर व इदु मिश्मी समुदाय के बुज़ुर्ग माको लिंगी वह दौर याद करते हैं, जब वस्तु-विनिमय जीवन का हिस्सा था और टोकरी बुनकर गुज़ारा करने की ज़रूरत पड़ती थी

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Author

Sweta Daga

स्वेता डागा, बेंगलुरु स्थित लेखक और फ़ोटोग्राफ़र हैं और साल 2015 की पारी फ़ेलो भी रह चुकी हैं. वह मल्टीमीडिया प्लैटफ़ॉर्म के साथ काम करती हैं, और जलवायु परिवर्तन, जेंडर, और सामाजिक असमानता के मुद्दों पर लिखती हैं.

Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के लिए बतौर कार्यकारी संपादक काम कर चुकी हैं. वह एक लेखक व रिसर्चर हैं और कई दफ़ा शिक्षक की भूमिका में भी होती हैं.

Translator

Rhythima Agrawal

रिद्धिमा अग्रवाल, जबलपुर के एक अंग्रेज़ी अख़बार में बतौर रिपोर्टर काम करती हैं. उन्हें इंसानी अभिरुचियों से जोड़ी कहानियों की रिपोर्टिंग करना पसंद है. साथ ही, उन्हें यात्राओं का भी शौक़ है.